Jan 3, 2022

शब्द है वहीं जानी पहचानी सी ..





लीजिए 21 वी सदी के बाईसवें साल में हमारे मुस्कराने की वजह ये ही बनी..

 "शब्द है वहीं जानी पहचानी सी जरूर कुछ बात है,

शहरियत है,तर्बियत भी मानी सी जरूर कुछ बात है।"

पम्मी सिंह 'तृप्ति'...✍️

GLOBAL  RESEARCH JOURNAL

(peer-reviewed  (refereed)  journal)

ग्लोबल रिसर्च कैनवास

(द्विभाषी त्रैमासिक शोध पत्रिका ) में प्रकाशित हमारी भी

शब्द-

 निधि पेज न०8-10 ...विषयक - ,'देश की स्वाधीनता का वर्तमान स्वरूप'

https://documentcloud.adobe.com/link/track?uri=urn:aaid:scds:US:c24ec024-23b7-46fd-a3a5-4cc4821535e7



 

1 comment:

Women's rights

 Grihshobha is the only woman's magazine with a pan-India presence covering all the topics..गृहशोभा(अप्रैल द्वितीय)  ( article on women...