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Aug 29, 2016

आसमान को और झुकना..

आसमान को और झुकना..


आसमान को और झुकना पड़ेगा

न जानू फिज़ाओ की आगोश की बातें..

ख्वाहिशों की मुरादो को पूरा करना पड़ेगा

छोड़ो आज़ खोने की बातें

पाने के हुनर की ज़िक्र करना पड़ेगा

जहर न बन जाउ पीते-पीते

अमृत की भी आस करना पड़ेगा

सहरा में सराबो से वास्ता सही..

अब्र की आस करना पड़ेगा

सरसब्ज़ की तलाश में

सदमात को भी वाज़िब करना पड़ेगा..
                              ©पम्मी सिंह 


(सहरा-रेगिस्तान ,सराबो-जल भ्रम,सदमात-आघात)


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