आसमान को और झुकना..
आसमान को और झुकना
पड़ेगा
न जानू फिज़ाओ की
आगोश की बातें..
ख्वाहिशों की मुरादो
को पूरा करना पड़ेगा
छोड़ो आज़ खोने की
बातें
पाने के हुनर की
ज़िक्र करना पड़ेगा
जहर न बन जाउ
पीते-पीते
अमृत की भी आस करना
पड़ेगा
सहरा में सराबो से
वास्ता सही..
अब्र की आस करना
पड़ेगा
सरसब्ज़ की तलाश में
सदमात को भी वाज़िब
करना पड़ेगा..
©पम्मी सिंह
©पम्मी सिंह
(सहरा-रेगिस्तान
,सराबो-जल भ्रम,सदमात-आघात)