Dec 20, 2019

सायली





चित्राभिव्यक्ति रचना

सायली छंद

मासूम
निगहबान नजर
बढाती उम्मीदें, ख्वाहिशें
सीचती मेरी
जमीन।
पम्मी सिंह 'तृप्ति'

2.
जख्म
वजह बनी
प्रेरित करती आत्मशक्ति,
सुलझती रही
उलझनें।

3 comments:

  1. वाह ...
    सयाली छंद में लिखी रचनाएं लाजवाब हैं आपकी ...
    बहुत खूब ...

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  2. शुभेच्छा संपन्न प्रतिक्रिया हेतु आभार।

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  3. लाजवाब !! बहुत सुंदर आदरणीया ।

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