विश्व हिंदी दिवस
१०/०१/२०१९
विधा:दोहे..
विषय:हिंदी
१.
हिंदी के नित वंदन में,निहित हमारी जात।
सहज,शाब्दिक भाव में,व्यक्त करती हर बात।।
२.
स्वर-व्यंजन के योजन से,बनते मीठे बोल।
शब्द,लिपि के स्पंदन से, बनते ये अनमोल।।
३.
सबके अधरों पे बसी,मीठे इसके बोल।
संस्कृत संस्कृति में रची, गुण इसके अनमोल।।
४.
सूर स्वर की गागर हैं, रख लो इसका ध्यान।
साहित्य की सागर हैं, ले लो इसका ज्ञान।।
पम्मी सिंह'तृप्ति'
(दिल्ली)..✍
हिन्दी की शान में सुन्दर दोहे. हिन्दी भाषा के विश्वव्यापी प्रभाव ने दुनिया को प्रभावित किया है.
ReplyDeleteशुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु धन्यवाद।
Deleteस्वर-व्यंजन के संयोजन से,बनते मीठे बोल।
ReplyDeleteशब्द,लिपि के स्पंदन से, बनते ये अनमोल।।
बहुत-बहुत बधाई । हिन्दी का सम्मान बढाती यह रचना सचमुच ही सम्बंधित कर गई । आभार आदरणीय पम्मी जी।
शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु धन्यवाद।
Deleteबहुत सुन्दर दोहे आदरणीय पम्मी जी
ReplyDeleteबेहतरीन 👌
सादर
शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु आभार।
Deleteबेहतरीन वर्णन
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद।
Deleteहिन्दी के मान सामान में लिखे बेमिसाल दोहे ...
ReplyDeleteकाश ये सब की भाषा बने इसको सबका सम्मान मिले ...
आभार।
Deleteआपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की गई है. https://rakeshkirachanay.blogspot.com/2019/01/104.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!
ReplyDeleteजी,धन्यवाद।
Deleteसुन्दर दोहे
ReplyDeleteआभार।
Deleteहिंदी की आन- बान और शान यूँ ही बनी रहे ,सादर नमन पम्मी
ReplyDeleteशुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु आभार।
Deleteहिन्दी के बेमिसाल दोहे
ReplyDeleteजय हिंदी
जी,धन्यवाद।
ReplyDeleteबेहतरीन पम्मी जी बहुत सुंदर दोहे!!
ReplyDeleteहिंदी की विरुदावली मे चार चाँद।
अप्रतिम ।
जी,शुक्रिया।
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