Feb 16, 2018

जब डालती है ख्वाबों में खलल..




वाकिफ तो होेगें इस बात से..
इन पलकों पे कई सपने पलते हैं
उफ़क के दरीचों से झाँकती शुआएं
डालती है ख्वाबों में खलल..
जो अस्बाब है
गुजिश्ता लम्हों की, 
पर ये सरगोशियाँ कैसी?
असर है 
जो  एक लम्हें के लिए..
शबनमी याद फिर से मुस्कराता है
पन्ने है जिंदगी के..जिनसे
सूर्ख गुलाबों की खुशबू जाती नहीं,
जिक्र करते हैं ..
इन हवाओं से जब 
एक बूंद ख्यालों के
पलकों को नमी कर
फिर खलल डाल जाता है..
                                  पम्मी सिंह✍

उफ़क-क्षितिज,दरीचे-झरोखे,
शुआएं-किरणें,अस्बाब- कारण,वजह,
गुजिश्ता-बिती बात,



23 comments:

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    1.  शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया‎ हेतु हृदयतल से आभार ..

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  2. जिक्र करते हैं ..
    इन हवाओं से जब
    एक बूंद ख्यालों के
    पलकों को नमी कर
    फिर खलल डाल जाता है....लाजवाब पम्मीजी! A class apart!!!!

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    1. शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया‎ हेतु हृदयतल से आभार। 

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  3. पन्ने है जिंदगी के..जिनसे
    सूर्ख गुलाबों की खुशबू जाती नहीं,
    जिक्र करते हैं ..
    इन हवाओं से जब
    एक बूंद ख्यालों के
    पलकों को नमी कर
    फिर खलल डाल जाता है.
    बहुत ही कोमल एहसासात की रचना !!!! बहुत सुंदर भावपूर्ण सृजन प्रिय पम्मी जी --सस्नेह |

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    1. शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया‎ हेतु हृदयतल से आभार।

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  4. इन हवाओं से जब
    एक बूंद ख़यालो के
    फिर खलल डाल जाता हैं
    अतिसुन्दर पम्मी जी

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    1. शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया‎ हेतु हृदयतल से आभार।

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  5. आसमान के पर काट देने वाली कविता

    Vinay Prajapati's Poems

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    1. शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया‎ हेतु आभार।

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  6. पन्ने है जिंदगी के..जिनसे
    सूर्ख गुलाबों की खुशबू जाती नहीं,

    Bahut khub!!!

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    1. शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया‎ हेतु आभार।

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  7. अति सुंदर....लाजवाब रचना पम्मीजी

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    1. शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया‎ हेतु आभार।

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    1. शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया‎ हेतु हृदयतल से आभार।

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  9. वाह!!!
    ख्वावों में खलल....
    बहुत सुन्दर, लाजवाब...

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  10. वाह!!!
    ख्वावों में खलल....
    बहुत सुन्दर, लाजवाब...

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  11. पन्ने है जिंदगी के..जिनसे
    सूर्ख गुलाबों की खुशबू जाती नहीं
    बेहतरीन...,लाजवाब !!

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    1. शुभेच्छा सम्पन्न प्रतिक्रिया‎ हेतु हृदयतल से आभार।

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  12. यादों की सरगोशियाँ धीमे धीमे आती हैं पर ख़लल डाल जाती हैं ज़हन में ...
    ऐसे पल जीवन होते हैं ...

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  13. वाह ! क्या बात है ! खूबसूरत प्रस्तुति ! लाजवाब आदरणीया ।

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