जोगीरा...
पल में तोला पल में माशा,होगें सब फरार,
चुनावी तपिश में सब नेता, रंगें हुये सियार,
जोगीरा सारा रा रा रा...
🔅🔅
नेताओं के रूप देखकर, बिच्छू भी है दंग,
मुद्राओं के जुगाड़ नीति से,मचा खूब हुडदंग।
जोगीरा सारा रा रा रा।
🔅🔅
असली राजनीति बाकी है, फेको न अब जाल
बिछाये हुए नये चाल से, अब न होगा बवाल।
जोगीरा सारा रा रा रा
🔅🔅
लाग लपेट की दुनिया में, हुए सभी मगरूर,
खीच कर पैरों तलें जमीन, बने रहे मशहूर।
जोगीरा सारा रा रा रा
पम्मी सिंह 'तृप्ति'..✍️
वाह वाह दी जबरदस्त👌
ReplyDeleteगज़ब मस्त फगुआ।
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लाग लपेट की दुनिया में, हुए सभी मगरूर,
खीच कर पैरों तलें जमीन, बने रहे मशहूर।
जोगीरा सारा रा रा रा
एकदम सटीक..।👌
....
होली की अग्रिम शुभकामनाएँ संग
Deleteप्रतिक्रिया हेतु धन्यवाद।
ये तो सब होलियाना हो गया । बहुत खूब । ज़बरदस्त कटाक्ष ।
ReplyDeleteहोली की शुभकामनाएँ ।
शुभेच्छा संपन्न प्रतिक्रिया हेतु आभार आ०
Deleteब्लॉग पर आने के लिए धन्यवाद।
जी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना आज शनिवार २७ मार्च २०२१ को शाम ५ बजे साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन " पर आप भी सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद! ,
धन्यवाद. श्वेता ..जरूर आऊँगी।🙂
Deleteबहुत सुन्दर व्यंगात्मक रचना आनन्द आगया पढ़कर प्रिय पम्मी जी।
ReplyDeleteशुभेच्छा संपन्न प्रतिक्रिया हेतु आभार।
Deleteशुभकामनाएँ।
पल में तोला पल में माशा,होगें सब फरार,
ReplyDeleteचुनावी तपिश में सब नेता, रंगें हुये सियार,
बेहतरीन
सारा रा रा
सादर..
जी,धन्यवाद।
ReplyDeleteक्या बात है । कमाल का रंग चढ़ा दिया है । बहुत बहुत ही बढ़िया । हार्दिक शुभकामनाएँ ।
ReplyDeleteशुभेच्छा
Deleteरंगोत्सव की बधाइयाँ।
वाह ... करारे व्यंग राजनीति की उलटी सीधी चाल पर ...
ReplyDeleteतंज़ का रँग चदा दिया आपने ... बहुत खूब जोगिया ....
शुक्रिया।
Deleteरंगोत्सव की शुभकामनाएँ।
वाह, पम्मी जी! इधर सखी जिज्ञासा जी ने अपने ब्लॉग पर साजन संग फगुवा की धमाल मचाई तो आपने चुनावी दौर में नेताओं को चिढ़ा दिया 😃😃खूब बढिया जोगी रा- रा--! 😃😃🥰
ReplyDeleteढेरों शुभकामनाएं और बधाई आपको। सपरिवार होली शुभ हो ❤❤💐🌹🌹🙏
आपकी टिप्पणी पा बहुत खुशी हुई। आपको भी रंगोत्सव की शुभकामनाएँ।💐💐
Deleteवाह लाजबाव, होली की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteशुभेच्छा.
ReplyDeleteरंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ
असली राजनीति बाकी है, फेको न अब जाल
ReplyDeleteबिछाये हुए नये चाल से, अब न होगा बवाल।
जोगीरा सारा रा रा रा---अच्छी रचना है खूब बधाई
आभार।
Deleteहोली के अवसर पर सुंदर जोगीरा प्रस्तुति। राजनीति पर करारी व्यंगात्मक सृृजन के लिए आपको ढेरों शुभकामनाएँ। बधाईयाँ।
ReplyDeleteजी,धन्यवाद
Deleteसुंदर रंगरंगीला गीत,कटाक्ष का तड़का भी । बहुत बधाई। देर से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूं ।
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा। क्षमा प्रार्थी जैसे शब्दों की कोई जरुरत नहीं है आ०..
ReplyDeleteसादर
नेताओं के रूप देखकर, बिच्छू भी है दंग,
ReplyDeleteमुद्राओं के जुगाड़ नीति से,मचा खूब हुडदंग।
वाह.....
आप की पोस्ट बहुत अच्छी है आप अपनी रचना यहाँ भी प्राकाशित कर सकते हैं, व महान रचनाकरो की प्रसिद्ध रचना पढ सकते हैं।
ReplyDeleteवाह बहुत सुंदर सृजन । बधाई ।
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