अनभिज्ञ हूँ काल से सम्बन्धित सारर्गभित बातों से , शिराज़ा है अंतस भावों और अहसासों का, कुछ ख्यालों और कल्पनाओं से राब्ता बनाए रखती हूँ जिसे शब्दों द्वारा काव्य रुप में ढालने की कोशिश....
Mar 24, 2017
Mar 7, 2017
महिला दिवस
यह एकदिन की इज़्ज़त कुछ अच्छी नहीं लगती
बात समानता की हो तो बात कुछ और होती
प्रतीक्षा उस दिन की,जब अंतराष्ट्रीय
'समानता दिवस' का आगाज़ हो...
पम्मी
बात समानता की हो तो बात कुछ और होती
प्रतीक्षा उस दिन की,जब अंतराष्ट्रीय
'समानता दिवस' का आगाज़ हो...
पम्मी
Subscribe to:
Posts (Atom)
बादल पूरे आसमान को ढके हुए
डायरी 20/जून 24 इधर कई दिनों से बहुत गर्मी आज उमस हो रही। कभी कभार बादल पूरे आसमान को ढके हुए। 'सब ठीक है' के भीतर उम्मीद तो जताई...
-
डायरी 20/जून 24 इधर कई दिनों से बहुत गर्मी आज उमस हो रही। कभी कभार बादल पूरे आसमान को ढके हुए। 'सब ठीक है' के भीतर उम्मीद तो जताई...
-
पापा .. यूँ तो जहां में फ़रिश्तों की फ़ेहरिस्त है बड़ी , आपकी सरपरस्ती में संवर कर ही ख्वाहिशों को जमीं देती रही मग...
-
हर तरह से खैरियत है ,होनी भी चाहिए, गर, जेठ की दोपहरी में कुछ खास मिल जायें, तो फिर क्या बात है..!! पर.... कहॉं आसान होता है, शब्दों में ब...